ये हैं टॉप 5 सेक्टोरल म्यूचुअल फंड. क्या आपको निवेश करना चाहिए – भारत आज हर प्रकार के क्षेत्र में अपना स्थान बनाते जा रहा है। भारत अपने विकास के लिए संभव प्रयास कर रहे हैं उन्हीं में से एक सेक्टोरल म्युचुअल फंड है। सेक्टोरियल फंड एक प्रकार का म्युचुअल फंड होता है। जो विशिष्ट प्रकार के क्षेत्रों के प्रतिभूतियों में निवेश करता है। इसके अंतर्गत अलग-अलग प्रकार की अर्थव्यवस्था आती है जैसे कि- बैंकिंग, फाइनेंशियल , इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर, एफएमसीजी, टेलीकॉम इत्यादि शामिल है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इस प्रकार के फंड में मनुष्य के द्वारा निवेशीत किया गया धन को केवल विशिष्ट सेक्टर या फिर उद्योग तक ही सीमित कर देते हैं।
टेक्नोलॉजी फंडस्
भारत में कुछ सालों से टेक्नोलॉजी फंड को लेकर जागरूकता फैली हुई है। और इस प्रकार के म्यूच्यूअल फंड की वजह से भारत का काफी फायदा हो रहा है। समय के साथ-साथ इस प्रकार के फंडस् में काफी तरक्की हो रही है। आप इस प्रकार के फंडस् में मोबाइल के द्वारा भी पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं। पिछले कुछ सालों में देखा जाए तो जिस सेक्टर के शेयर काफी ऊपर चढ़े हैं वह टेक्नोलॉजी फंडस् है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार टेक्नोलॉजी फंड का सेक्टर एक साल में करीब औसतन 84 फ़ीसदी रिटर्न दिया है। इस प्रकार के सेक्टर के जरिए कंपनियों की स्थिति काफी मजबूत हुई है। और बाकी सॉफ्टवेयर कंपनियो के शेयर भी काफी बड़े है परंतु सबसे अच्छा टेक्नोलॉजी फंड ने 1 साल में 100 फ़ीसदी से भी अधिक रिटर्न दिए हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के फंडस्
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर फंड वह फंड होता है जिसके अंतर्गत भारत में बुनियादी ढांचे के विकास में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में शामिल कंपनियों में निवेश करते हैं। बुनियादी ढांचे में शामिल और भी हिस्सा है जो की है- बिजली ,धातु, संपत्ति, ऊर्जा, उद्योग, इत्यादी । 2021 में केंद्रीय बजट द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के फंड को काफी सहारा दिया गया है। इसके बाद इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के फंड की काफी तरक्की हुई और इन्होंने काफी तेजी से सफलता प्राप्त की है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर फंड में 1 साल में 69 फ़ीसदी रिटर्न दिया है। पिछले 1 सालों में देखा जाए तो इंफ्रास्ट्रक्चर सेकटर फंड ने टेक्नोलॉजी फंड के बाद रिटर्ंस के मामले में दूसरे नंबर पर है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर फंड से उन शेयर को भी मदद मिली है जो कि सालों से खराब प्रदर्शन के बाद अंडर वैल्यू पर थे।
नेचुरल रिसोर्सेज एंड एनर्जी
नेचुरल रिसोर्स एंड एनर्जी वह फंड होता है जिसके अंतर्गत प्राकृतिक से प्राप्त होने वाले पदार्थ जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मानव जीवन के लिए आवश्यक होता है। नेचुरल रिसोर्स एंड एनर्जी थीम पर केंद्रित फंड भी उन योजनाओं की लिस्ट में शामिल है जिन्होंने पिछले कुछ सालों में काफी शेयर पाए हैं। नेचुरल रिसोर्सेज एंड एनर्जी फंड ने पिछले कुछ सालों में 72.5 फ़ीसदी रिटर्न्स दिया है। नेचुरल रिस्टोर एंड एनर्जी फंडस के कारण इकोनामिक रिकवरी के उम्मीद में मेटल, पेट्रोलियम उत्पादों, यूटिलिटी, आदि जैसे सेक्टरों में काफी तरक्की हुई है। जिसके कारण नेचुरल रिसोर्स एंड एनर्जी फंड को काफी शेयर और रिटर्न्स मिले हैं।
बैंकिंग और फाइनेंशियल फंड
बैंकिंग और फाइनेंशियल फंड को देखा जाए तो यह बाकी फंड के मुकाबले ज्यादा तरक्की नहीं कर पाया है। पिछले कई सालों में बाजार में तेजी के बावजूद बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों ने कुछ खास जगह नहीं बनाई है। परंतु 2020 के बाद से बैंकिंग और फाइनेंशियल फांड ने काफी तेजी से शेयर कमाए हैं। साल 2020 के बाद इस स्पेशल थीम पर आधारित फंड ने पिछले 1 साल में 61 प्रतिशत के शेयर और रिटर्न कमाए हैं।
डिविडेंड वाले फंड्स
डिविडेंड वाले फंड ने भी बाकी फंड के मुकाबले ना सही पर इसने अपने आप में काफी अच्छा प्रदर्शन दिया है। पिछले 1 साल के अंतर्गत डिविडेंड वाले फंड को औसतन 55 फ़ीसदी रिटर्न मिला है। डिविडेंड वाले सेक्टर के अंतर्गत ऊर्जा, उद्योग, धातु और ऑटो इत्यादि इन स्कीमों में पोर्टफोलियो में ज्यादा प्रभावी रहे हैं। इस प्रकार की कंपनियों से डिविडेंड वाले फंड को ज्यादा फंड तैयार करने की मदद मिलती है। परंतु इस प्रकार के फंड को इकट्ठा करने की प्रक्रिया में काफी गलती होने की गुंजाइश रहती है, जिसके कारण फंड को सीधा पैसे का नुकसान होता है या फिर उनके शेयर्स गिर जाते हैं।