PPF या ELSS, किसमें निवेश करना सही विकल्प है? – आज के समय में बहुत सारे लोग अपने पैसों को किसी ऐसी जगह पर निवेश करना चाहते हैं जहां से उन्हें इनकम टैक्स में छूट के साथ-साथ बेहतर रिटर्न भी प्राप्त हो सके। इसमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो अपने निवेश पर थोड़ा बहुत रिस्क लेना चाहते हैं तो कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बिना किसी रिस्क के रिटर्न प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। इसीलिए देश में कई लोग ऐसे हैं जो पब्लिक प्रोविडेंट फंड या ELSS में निवेश करते हैं। यदि आप भी पब्लिक प्रोविडेंट फंड या ELSS में निवेश को लेकर कंफ्यूजन में हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या ELSS, किसमें निवेश करना सही विकल्प है?
यदि आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश करते हैं तो यह आपको बेहतर रिटर्न दिलाता है। इतना ही नहीं यह आयकर की धारा 80 सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स में छूट का लाभ भी प्रदान करता है। इसीलिए बहुत सारे लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश करना उचित समझते हैं।
PPF या ELSS, किसमें निवेश करना सही विकल्प है?
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
यदि आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना में 7.1% का वार्षिक ब्याज मिलता है। इतना ही नहीं हर 3 महीने में सरकार इसकी समीक्षा करती रहती है। समीक्षा के बाद वह इस ब्याज दर को बढ़ा एवं घटा सकती है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि यह EEE स्टेटस के साथ आती है। इसीलिए इसमें आप 3 प्रकार से टैक्स में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इतना ही नहीं इसमें योगदान, ब्याज से हुई आय और मैच्योरिटी के बाद मिलने वाली रकम टैक्स फ्री होती है। आपको यह भी बता दें कि इसमें इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80c के तहत टैक्स में छूट भी मिलता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) अकाउंट की सबसे खास बात यह है कि आप इसे मात्र ₹500 से ओपन कर सकते हैं। इसके बाद आपको हर साल कम से कम ₹500 एक बार जमा करना जरूरी होता है।
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इसके अलावा आप इस अकाउंट में प्रत्येक वर्ष अधिक से अधिक ₹500000 तक ही जमा कर सकते हैं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम 15 सालों के लिए होता है। इस अवधि के बीच आप पैसे नहीं निकाल सकते हैं लेकिन 15 वर्षों के बाद आप इसे 5-5 वर्ष के अंतराल में बढ़ा सकते हैं।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS)
ELSS (ELSS) में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं होती है लेकिन इसमें 3 साल का लॉक-इन पीरियड रहता है। यानी आप 3 साल के बाद अपना पूरा पैसा निकाल सकते हैं या फिर कुछ पैसे छोड़कर अपनी जरूरत के अनुसार कुछ पैसे निकाल सकते हैं। यदि आप इसमें डिविडेंट पेआउट ऑप्शन लेते हैं तो आपको बीच-बीच में कुछ पैसे मिलते रहते हैं। लेकिन यदि आप इनकम टैक्स सेविंग इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश करते हैं तो इसमें आप बीच में पैसे नहीं निकाल सकते हैं।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश पर अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स में छूट प्राप्त की जा सकती है। इसमें आफ सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए मात्र ₹500 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं। पिछले कुछ सालों में इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम ने अपने निवेशकों को अच्छा खासा मुनाफा दिलाया है।
यदि आप अपने इनकम टैक्स में बचत करने के लिए कुछ रिस्क लेना चाहते हैं तो उसके लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) को चुनना बेहतर ऑप्शन हो सकता है लेकिन यदि आप इसके लिए थोड़ा सा भी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करना एक सही विकल्प रहेगा।